एक दौड़ ऐसी भी
सपनों की इस दौड़ में,
मेरा एक स्वप्न ऐसा भी हो।
मैं ब्रज का नाम पुकारूँ,
ब्रजधाम में मेरा रहना हो।
संबंधों की इस दौड़ में,
मेरा एक संबंध ऐसा भी हो।
मैं कान्हा को राखी बाँधू,
वे कहें तुम मेरी बहना हो।
रंगों की इस दौड़ में,
मेरा एक रंग ऐसा भी हो।
मैं श्याम रंग में रंगी हुयी हूँ,
पीताम्बर मैंने पहना हो।
© Shweta Gupta
#ssg_कृष्ण
मेरा एक स्वप्न ऐसा भी हो।
मैं ब्रज का नाम पुकारूँ,
ब्रजधाम में मेरा रहना हो।
संबंधों की इस दौड़ में,
मेरा एक संबंध ऐसा भी हो।
मैं कान्हा को राखी बाँधू,
वे कहें तुम मेरी बहना हो।
रंगों की इस दौड़ में,
मेरा एक रंग ऐसा भी हो।
मैं श्याम रंग में रंगी हुयी हूँ,
पीताम्बर मैंने पहना हो।
© Shweta Gupta
#ssg_कृष्ण