बढ़ता चल
सूर्य के किरणों सी आंखों में ये चमक,
आसमान से ऊंची तेरी ये लगन ।
तेरी मेहनत के आगे तो किस्मत भी हो जाए नतमस्तक,
तू बहता चल जैसे मलय पवन।।
इस हार के आगे ना पैर थाम,
अरे ! किसके जीवन में नहीं होती है शाम ।
अभी खोई नहीं तूने अपनी पहचान, अपने लक्ष्य का भी तू...
आसमान से ऊंची तेरी ये लगन ।
तेरी मेहनत के आगे तो किस्मत भी हो जाए नतमस्तक,
तू बहता चल जैसे मलय पवन।।
इस हार के आगे ना पैर थाम,
अरे ! किसके जीवन में नहीं होती है शाम ।
अभी खोई नहीं तूने अपनी पहचान, अपने लक्ष्य का भी तू...