"कोई मुझे लिखना सीखा दो"
कोई मुझे लिखना सीखा दो, मैं लिखना चाहता हूं।
जो कभी बोल नहीं पाया,
कागज़ पर उसे गढ़ना चाहता हूं।
देखी नहीं मैंने दुनिया बहुत,
मगर गवाह बनना चाहता हूं।
कोई मुझे लिखना सीखा दो, मैं लिखना चाहता हूं।
ज़िन्दगी में मैंने कुछ बड़ा नहीं किया,
अब कुछ करना चाहता हूं।
जो ताउम्र मोन रहे,
उनका स्वर बनना चाहता हूं।
कोई मुझे लिखना सीखा दो, मैं लिखना चाहता हूं।
जानता हूं बड़ा मुश्किल है,
मगर अब आगे बढ़ना चाहता हूं।...
जो कभी बोल नहीं पाया,
कागज़ पर उसे गढ़ना चाहता हूं।
देखी नहीं मैंने दुनिया बहुत,
मगर गवाह बनना चाहता हूं।
कोई मुझे लिखना सीखा दो, मैं लिखना चाहता हूं।
ज़िन्दगी में मैंने कुछ बड़ा नहीं किया,
अब कुछ करना चाहता हूं।
जो ताउम्र मोन रहे,
उनका स्वर बनना चाहता हूं।
कोई मुझे लिखना सीखा दो, मैं लिखना चाहता हूं।
जानता हूं बड़ा मुश्किल है,
मगर अब आगे बढ़ना चाहता हूं।...