थकान
मुझ पे हक जो अब किसी का नही
कमाल है, की उसपे शक किसी का नही,
वो हर मेहफिल -ओ- शेर की नूर हुई,
और में बेबक किसी का नही।
जिस जिस के दिल मे उसे पाने का खयाल है,
क्या...
कमाल है, की उसपे शक किसी का नही,
वो हर मेहफिल -ओ- शेर की नूर हुई,
और में बेबक किसी का नही।
जिस जिस के दिल मे उसे पाने का खयाल है,
क्या...