क्यों..??
क्यों नहीं दिखती उसे,
मजबूरियाँ मेरी हालातों की..??
क्यों नहीं है क़द्र उसे,
मेरे...
मजबूरियाँ मेरी हालातों की..??
क्यों नहीं है क़द्र उसे,
मेरे...