और कब तक
और कब तक ,यूंही डरती रहोगी
और कब तक, यूंही भागती रहोगी
और कब तक ,यूंही रोती रहोगी
और कब तक ,यूंही छुपती रहोगी
और कब तक , यूंही चुप रहोगी
अभी बारी है तुम्हारा कुछ करने का
अभी बारी है तुम्हारा सबको दिखाने का
चलो उठ खड़ा हो जाओ अभी,डरना छोड़ो
मेहनत करते चलो अभी, फिक्र करना छोड़ो।
और कब तक, यूंही भागती रहोगी
और कब तक ,यूंही रोती रहोगी
और कब तक ,यूंही छुपती रहोगी
और कब तक , यूंही चुप रहोगी
अभी बारी है तुम्हारा कुछ करने का
अभी बारी है तुम्हारा सबको दिखाने का
चलो उठ खड़ा हो जाओ अभी,डरना छोड़ो
मेहनत करते चलो अभी, फिक्र करना छोड़ो।