यारियां
उलझी है ज़िंदगी यारों दोस्तों की
ज़माने भर के काम-काज में;
रहते थे जो व्यस्त कभी नोंक-झोंक में
और एक दूजे के छिपाने राज़ में।
फोन में भरे पड़े अब कितने
हैं लाइक्स, कोम्मेंट्स और प्यार;
इंतज़ार है इस दिल को
कब कमियाँ निकालने आएंगे यार।
हाय, हेल्लो, यो ,शेक...