इतना मुझको जो ۔۔۔۔۔۔
सुकूं पल-भर का भी न पाओगे ।
मुझे तुम दिल से गर भुलाओगे ।।
मुझको खो दोगे तुम एक दिन ।
इतना मुझको जो आज़माओगे ।।
प्यार शर्तों में हमसे तुम करके ।
दिल के रिश्तों को हार जाओगे ।।
मैं यकीं अपना खुद से खो दूंगी।
ज़िंदगी मुझको गर बनाओगे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
© All Rights Reserved
मुझे तुम दिल से गर भुलाओगे ।।
मुझको खो दोगे तुम एक दिन ।
इतना मुझको जो आज़माओगे ।।
प्यार शर्तों में हमसे तुम करके ।
दिल के रिश्तों को हार जाओगे ।।
मैं यकीं अपना खुद से खो दूंगी।
ज़िंदगी मुझको गर बनाओगे ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
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