नदी के दो किनारे
दूर होके भी पास रहते नदी के दो किनारे
उम्र भर साथ चलते एक दूसरे के सहारे
दूर से तुम देखो दूर से हम निहारे
दूर होके भी साथ चलते एक दूसरे के सहारे
कहने को तो एक ही है दीखता कहा दुरी है
उन्हें पता है कुछ न कह पाने की कितनी मजबूरी है
अरमान मचलते अनगिनत दिल के आसियाने मे
सारे वक़्त यूँ ही...
उम्र भर साथ चलते एक दूसरे के सहारे
दूर से तुम देखो दूर से हम निहारे
दूर होके भी साथ चलते एक दूसरे के सहारे
कहने को तो एक ही है दीखता कहा दुरी है
उन्हें पता है कुछ न कह पाने की कितनी मजबूरी है
अरमान मचलते अनगिनत दिल के आसियाने मे
सारे वक़्त यूँ ही...