मुंशी प्रेम चंद
भारत के साहित्य की दुनिया में जो नाम है प्रचण्ड।
वो कोई और नहीं.... है मुंशी प्रेम चंद।।
आज ही के दिन जन्मे बनारस में, नाम धनपत राय श्रीवास्तव था।
कहानियों और रचनायों में झलकता समाज का वास्तव था।।
अपनी रचनाओं में उन्होंने दहेज, अनमेल विवाह, पराधीनता, लगान, छूआछूत, जाति भेद, विधवा विवाह, आधुनिकता, स्त्री-पुरुष समानता, आदि कुरीतियों का व्याख्यान किया।
सामाजिक ऐवं देश की...
वो कोई और नहीं.... है मुंशी प्रेम चंद।।
आज ही के दिन जन्मे बनारस में, नाम धनपत राय श्रीवास्तव था।
कहानियों और रचनायों में झलकता समाज का वास्तव था।।
अपनी रचनाओं में उन्होंने दहेज, अनमेल विवाह, पराधीनता, लगान, छूआछूत, जाति भेद, विधवा विवाह, आधुनिकता, स्त्री-पुरुष समानता, आदि कुरीतियों का व्याख्यान किया।
सामाजिक ऐवं देश की...