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STOP CHILD MARRIAGE!
पहना दिया उसे जंजीर, छीन ली उसकी आजादी,
खेलने कूदने की उम्र में जब हो गई उसकी शादी।
वंचित थी वो लोगों की चालाकी से,
जब वो विदा हो गई पालकी मे।।
मोतियों के माला की तरह टूट गए सारे सपने,
आखिर ऐसा क्यों किए उसके ही अपने।।
मस्ती की उम्र में करने लगी वो रसोई,
कौन क्या जाने वो कितना सिसक सिसक के रोई।
सोचकर वह रोती,"काश मैं भी कुछ पढ़ती लिखती",
पती जब हाथ उठाता तब वो दर्द से चीखती।
"मां, मुझे ले जाओ यहां से" वो उसका मन में कहना,
इस उम्र में कैसे संभालती वो इतना सारा गहना।
"STOP CHILD MARRIAGE" मत करो अपने बच्चे का भविष्य खराब,
उन्हें एक मौका तो दो वो कर देंगे आपकी जिंदगी आबाद।।
© All Rights Reserved
खेलने कूदने की उम्र में जब हो गई उसकी शादी।
वंचित थी वो लोगों की चालाकी से,
जब वो विदा हो गई पालकी मे।।
मोतियों के माला की तरह टूट गए सारे सपने,
आखिर ऐसा क्यों किए उसके ही अपने।।
मस्ती की उम्र में करने लगी वो रसोई,
कौन क्या जाने वो कितना सिसक सिसक के रोई।
सोचकर वह रोती,"काश मैं भी कुछ पढ़ती लिखती",
पती जब हाथ उठाता तब वो दर्द से चीखती।
"मां, मुझे ले जाओ यहां से" वो उसका मन में कहना,
इस उम्र में कैसे संभालती वो इतना सारा गहना।
"STOP CHILD MARRIAGE" मत करो अपने बच्चे का भविष्य खराब,
उन्हें एक मौका तो दो वो कर देंगे आपकी जिंदगी आबाद।।
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