प्रस्ताव
प्रेम भाव को भी ना समझ सकूँ
प्रेम निवेदन को ठुकरा दू
इतनी मुझमे असंवेदना कहा
घटाए, बादल, हवाएं
ले आती हर बार तेरा प्रेम निवेदन...
प्रेम निवेदन को ठुकरा दू
इतनी मुझमे असंवेदना कहा
घटाए, बादल, हवाएं
ले आती हर बार तेरा प्रेम निवेदन...