शिशक
#अंतरात्मा
मैं संबंधों को मजबूत बनाता हूं
कभी कभी रास्ता भुल जाते है तो
मैं रास्ता दिखाया करता हूं
मैं साथी बन
चलता हू
संग तेरे
फिर भी लोग भुल मुझे
अपना समय व्यतीत करते हैं
अपना असांत मन को बाहर शांति की तलाश में रहते हैं
मन कोयला खदान में बदल
बाहर से समर्थन कर अपना कर्तव्य झूठा निभाते हैं
कई कर्म_अकर्म करते हैं
पर यह नहीं जानते हैं कि
उसकी अंतरात्मा दर्द से...
मैं संबंधों को मजबूत बनाता हूं
कभी कभी रास्ता भुल जाते है तो
मैं रास्ता दिखाया करता हूं
मैं साथी बन
चलता हू
संग तेरे
फिर भी लोग भुल मुझे
अपना समय व्यतीत करते हैं
अपना असांत मन को बाहर शांति की तलाश में रहते हैं
मन कोयला खदान में बदल
बाहर से समर्थन कर अपना कर्तव्य झूठा निभाते हैं
कई कर्म_अकर्म करते हैं
पर यह नहीं जानते हैं कि
उसकी अंतरात्मा दर्द से...