सच की पुकार
सच लेता है जब रूप विकराल,
झूठ के धरातल पर आ जाता है भूचाल।
देखो रे देखो सिस्टम का बुरा हाल,
लगा यू पी ई एस ई में सेंध,
ढोंगी बन ने चले कलेक्टर साब।
रोंद दिया लाखों उम्मीद वारो की उम्मीदों को,
कैसा मचा है...
झूठ के धरातल पर आ जाता है भूचाल।
देखो रे देखो सिस्टम का बुरा हाल,
लगा यू पी ई एस ई में सेंध,
ढोंगी बन ने चले कलेक्टर साब।
रोंद दिया लाखों उम्मीद वारो की उम्मीदों को,
कैसा मचा है...