सपने
#सांझ
सांझ को फ़िर निमंत्रण मिला है
दोपहर कल के लिए निकला है
अब उठो तुम है इंतजार किसका
साधो लक्ष्य अर्जुन सा,
बांधों धेर्य मीरा सा,
बढ़ाओ आत्मविश्वास अभिमन्यु सा,
निकल पड़ो अपने सपनों की ओर..
सांझ को फ़िर निमंत्रण मिला है
दोपहर कल के लिए निकला है
अब उठो तुम है इंतजार किसका
साधो लक्ष्य अर्जुन सा,
बांधों धेर्य मीरा सा,
बढ़ाओ आत्मविश्वास अभिमन्यु सा,
निकल पड़ो अपने सपनों की ओर..