बेपनाह मोहब्बत...
दिल को खिलौना बनाकर खेल गया कोई,
समझा अपना रहबर, जिंदगी की दो रहो मे छोड़ गया वही ।
मुड़कर कभी देखा नही उस ज़फागर ने,...
समझा अपना रहबर, जिंदगी की दो रहो मे छोड़ गया वही ।
मुड़कर कभी देखा नही उस ज़फागर ने,...