मेरी बहना...
खुली आँखोंसे एक खुबसुरत सपना
देखलु वैसी हैं वो........
फुलोंसे भरे बागो में कमल सी हैं वो.....
चाँद भी उसें देख शर्माये इतनी हसीन हैं वो.....
घणे अंधेरे में एक रोशनी कि लेहर जैसी हैं वो....
आसमान में देखु तो तुटते तारे जैसी हैं वो.....
सबका खयाल...
देखलु वैसी हैं वो........
फुलोंसे भरे बागो में कमल सी हैं वो.....
चाँद भी उसें देख शर्माये इतनी हसीन हैं वो.....
घणे अंधेरे में एक रोशनी कि लेहर जैसी हैं वो....
आसमान में देखु तो तुटते तारे जैसी हैं वो.....
सबका खयाल...