एहसास खटे मीठे तेरे मेरे
वो मेरे लिए मै उनके लिए
क्या हूँ ये धड़कने बतलाती है
यू उनके बिना ना हम रह पाते है
ना उनसे ये बाते कह पाते है
जब भी कभी कहना भी चाहे
कहानी हमेशा बदल जाती है
वो मेरे लिए मै उनके लिए
क्या हूँ ये धड़कने बतलाती है
यू बैठ कर देखते रहना उनको
आदत सी बन गई है आंखो की
पता ही नही चलता है ,सुबह से शाम कब हो जाती है
कहानी हमेशा बदल जाती है
वो मेरे लिए मै उनके लिए
क्या हूँ ये धड़कने बतलाती है
© kania🐼
क्या हूँ ये धड़कने बतलाती है
यू उनके बिना ना हम रह पाते है
ना उनसे ये बाते कह पाते है
जब भी कभी कहना भी चाहे
कहानी हमेशा बदल जाती है
वो मेरे लिए मै उनके लिए
क्या हूँ ये धड़कने बतलाती है
यू बैठ कर देखते रहना उनको
आदत सी बन गई है आंखो की
पता ही नही चलता है ,सुबह से शाम कब हो जाती है
कहानी हमेशा बदल जाती है
वो मेरे लिए मै उनके लिए
क्या हूँ ये धड़कने बतलाती है
© kania🐼