हकीकत जिंदगी की.......
घर की छत कच्ची, लटकती तारे ,
माटी की ये दीवारें , मुझे सोने नही देती ।
फट्टे हाथ उनके , सने माटियों से ,
हर बूंद पसीने की , मुझे अकेले...
माटी की ये दीवारें , मुझे सोने नही देती ।
फट्टे हाथ उनके , सने माटियों से ,
हर बूंद पसीने की , मुझे अकेले...