माँ
#माँ
थक गयी हुँ माँ,करके इंतजार अमर प्रेम का
छुपा ले गोद में अपनी,रख आँचल प्रेम का
पथरा गयी हुँ माँ,देख दुनिया के मतलब
मिले आत्मा को,सानिध्य बस तेरे प्रेम का
हार कर जग से माँ,दर तेरे अब आ गयी
थाम ले अंगुली मेरी,मिले सहारा प्रेम का
और ना तरसा माँ,बाहों में भर लो अपने
तोड़ दिये बन्धन सारे,जोड़ा नाता प्रेम का
ममतामयी मूरत माँ,रीना तरसे दर्शन को
सो जाऊं हो निश्चल,लोरी सुना दे प्रेम का
© रीना अग्रवाल
थक गयी हुँ माँ,करके इंतजार अमर प्रेम का
छुपा ले गोद में अपनी,रख आँचल प्रेम का
पथरा गयी हुँ माँ,देख दुनिया के मतलब
मिले आत्मा को,सानिध्य बस तेरे प्रेम का
हार कर जग से माँ,दर तेरे अब आ गयी
थाम ले अंगुली मेरी,मिले सहारा प्रेम का
और ना तरसा माँ,बाहों में भर लो अपने
तोड़ दिये बन्धन सारे,जोड़ा नाता प्रेम का
ममतामयी मूरत माँ,रीना तरसे दर्शन को
सो जाऊं हो निश्चल,लोरी सुना दे प्रेम का
© रीना अग्रवाल
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