चांद तेरा चेहरा
चांद तेरे चेहरे में क्या है ?
इक दाग़ है,चेहरे के पीछे रौशनी,
इक आग है,
चांद तेरा चेहरा,
चेहरे में चकोर है
तेरी अनुपस्थिति में क्या ?
दिन का भोर है,
सूरज से छंटता
प्रकाश चहुं ओर है,
दिन में देखूं तो,
नीला आकाश...
इक दाग़ है,चेहरे के पीछे रौशनी,
इक आग है,
चांद तेरा चेहरा,
चेहरे में चकोर है
तेरी अनुपस्थिति में क्या ?
दिन का भोर है,
सूरज से छंटता
प्रकाश चहुं ओर है,
दिन में देखूं तो,
नीला आकाश...