बात जब तेरी हो
उदास मन खुश हो जाता है,
जैसे मुरझाई कलियां पलभर
में खिल जाता है।
ऐसे जैसे बिना बादल इंद्रधनुष
निकल आए,
बिना बारिश धरती गीली हो जाए।
जैसे कोई मधुर ध्वनि कानों
में गूंज जाए,
बात जब तेरी हो।।
खुले आंखों से ख्वाब नजर आता है,
बाहर खुद...
जैसे मुरझाई कलियां पलभर
में खिल जाता है।
ऐसे जैसे बिना बादल इंद्रधनुष
निकल आए,
बिना बारिश धरती गीली हो जाए।
जैसे कोई मधुर ध्वनि कानों
में गूंज जाए,
बात जब तेरी हो।।
खुले आंखों से ख्वाब नजर आता है,
बाहर खुद...