ठंडी रात
2122 1212 22
ठंडी रातों में तेरी याद का ग़म
कैसे भूलूँगा मुलाकात का ग़म
रतजगा खा रहा है ऊपर से
छोटे दिन हैं तो लंबी रात का ग़म
धुंध में छिप गए...
ठंडी रातों में तेरी याद का ग़म
कैसे भूलूँगा मुलाकात का ग़म
रतजगा खा रहा है ऊपर से
छोटे दिन हैं तो लंबी रात का ग़म
धुंध में छिप गए...