ज़िंदगी...
उदास रहें, तो पूरी ज़िंदगी याद आएगी।
खुश रहें, तो जैसे एक नई ज़िंदगी मिल जाएगी।
मत रुको ऐ मुसाफिरों, उदास रहने के लिए।
चलते रहो यारों, खुशियों से मुलाक़ात हो जाएगी।
रुकोगे तो ज़िंदगी तड़पाएगी।
चलोगे तो ज़िंदगी हँसाएगी।
ज़िंदगी तो ज़िंदगी है, तुम्हें जीना सिखाएगी।
एक बार जीना सीख...
खुश रहें, तो जैसे एक नई ज़िंदगी मिल जाएगी।
मत रुको ऐ मुसाफिरों, उदास रहने के लिए।
चलते रहो यारों, खुशियों से मुलाक़ात हो जाएगी।
रुकोगे तो ज़िंदगी तड़पाएगी।
चलोगे तो ज़िंदगी हँसाएगी।
ज़िंदगी तो ज़िंदगी है, तुम्हें जीना सिखाएगी।
एक बार जीना सीख...