नन्द नन्दन नी धून
नन्द के आनंद भयो, गोकुल में छे उजास,
गोपाल ना हाथे मुरली, रचावे प्रेम रा रास,
माखन चोर कान्हा, माखन खाये रोज,
गोपियों ना दिलों में बसे, कृष्ण ना लीला जोश।
हाथी, घोड़ा, पालकी, जय जयकारे थाए,
कृष्ण कन्हैया थारा नामे, सवारे सवारे गाए,
गोकुल ना...
गोपाल ना हाथे मुरली, रचावे प्रेम रा रास,
माखन चोर कान्हा, माखन खाये रोज,
गोपियों ना दिलों में बसे, कृष्ण ना लीला जोश।
हाथी, घोड़ा, पालकी, जय जयकारे थाए,
कृष्ण कन्हैया थारा नामे, सवारे सवारे गाए,
गोकुल ना...