खुद को समझा रही थीं
मेरी खुशी क्या है मुझे लगा मुझसे बेहतर
वो जानते है
जो मुझे अपने दिल का सुकून मानते है
मै नादान नाराजगी जता रही थीं
उसे पानेकि चाह मे उससे ही दूरजा रही थीं
बोला किछोड़ दो अकेला वो छोड़ दिया
मै बावली बेवजह आँसू बहा रही थीं
बड़ी आसानी से बोला तेरे खुशी के लिए
पर दिल को यकीन...
वो जानते है
जो मुझे अपने दिल का सुकून मानते है
मै नादान नाराजगी जता रही थीं
उसे पानेकि चाह मे उससे ही दूरजा रही थीं
बोला किछोड़ दो अकेला वो छोड़ दिया
मै बावली बेवजह आँसू बहा रही थीं
बड़ी आसानी से बोला तेरे खुशी के लिए
पर दिल को यकीन...