...

4 views

तेरा साथ
कहने क़ो तो कोई साथ नहींबस दूरिया है
जिसके दरम्या केवल मजबूरिया है

पर गुरुर है तुझसे मेरा नाज़ है तू
कल की नहीं खबर मेरा आज है तू

ना खबर की कैसे तय किया सासो तक
का सफर वतेरा सफर तो एक राज है तू

ज़ब जिंदगी से हारे तो तूने दिये सहारे
ज़ब तन्हाई हो तो तु ही पुकारे

जन्मों लग जाता जिसे जीने मे
वो ज़िन्दगी कुछ पलो मे हमने गुजारें

प्यार कहु पूजा या हमसफ़र कहु
पाके तुझे भला कैसे अकेले रहु

जीते है जिसे हर पल उसे कैसे सपना कहे
हकीकत की दुनिया मे कैसे तुझे अपना कहे

ना रह सकते दूर तुझसे ये जान ले तू
तू ही मेरी दुनिया है मुस्कुराहटो की...