बचपन की यादें
#ChildrensDay
आँखें खुद-ब-खुद ही भर जातीं जब बचपन सुहाना याद आता है।
बेफिक्र सी ज़िन्दगी थी जब,रह रह कर वो ज़माना याद आता है।।
वो गुड्डे-गुड़ियों का ब्याह...
आँखें खुद-ब-खुद ही भर जातीं जब बचपन सुहाना याद आता है।
बेफिक्र सी ज़िन्दगी थी जब,रह रह कर वो ज़माना याद आता है।।
वो गुड्डे-गुड़ियों का ब्याह...