...

16 views

ये आज मेरा नहीं
रोशनी और परछाई के बीच मैं हूँ
लेकिन ये परछाई मेरी नहीं
झूठ और सच के बीच मैं हूँ
लेकिन ये सचाई मेरी नहीं

जमीन और जमीन के बीच मैं हूँ
लेकिन ये समंदर मेरा नही
भविष्य औऱ मंज़िल के बीच मैं हूँ
लेकिन ये मुकदर मेरा नहीं

पानी और किनारे के बीच मैं हूं
लेकिन ये कश्ती मेरी नहीं
नकली और असली के बीच मैं हूं
लेकिन ये हस्ती मेरी नहीं

धरती और आसमान के बीच मैं हूँ
लेकिन ये जहां मेरा नही
ठौर और ठोकर के बीच मैं हूँ
लेकिन ये कुछ यहां मेरा नहीं

जिस्म और रूह के बीच मैं हूँ
लेकिन ये वजूद मेरा नहीं
समाज और रिस्तो के बीच मैं हूँ
लेकिन ये वसूल मेरा नहीं

समस्या और जवाब के बीच मैं हूँ
लेकिन ये सवाल मेरा नहीं
हक़ीक़त और सपने के बीच मैं हूँ
लेकिन ये ख्याल मेरा नहीं

समझ और उलझन के बीच मैं हूँ
लेकिन ये दिमाग मेरा नहीं
कल और कल के बीच मैं हूँ
लेकिन ये आज मेरा नहीं ।