...

17 views

नारी
ख़ुश हो जाए,जो छोटी सी ख़ुशी से ही,
वो है नारी …..
सब को ख़ुश करने में तत्पर
अपनी ख़ुशी को सदा भूलकर
सबका ध्यान रखती हर वक़्त
हर लम्हा करने को न्यौछावर
वो है नारी ……
न देखें दिन और ना देखे रात
न लेती कभी भी विश्राम
ना कभी उसका आता इतवार
ना देती किसी को इल्ज़ाम
देकर दोष ख़ुद को ख़ुश हो जाती
वो है नारी …..
सबकी मुस्कान देखकर
कर लेती हर बात पर संतोष
सह लेती हर वो ताना
दे चाहे कितना भी संताप
जो सबके दुख झेलती
वो होती है नारी…..
मिल जाये जो भूले से भी छुट्टी
जी लेना चाहती अपनी ज़िन्दगी
उन लम्हों को सहेजकर
काट लेती बाक़ी की ज़िंदगी
इतनी ख़ुशी से ही ख़ुश हो जाए
वो होती है नारी…..
खाने की तारीफ़,सुनने को अधीर
जब मिलती प्यारी सी तारीफ़
खुश जल्दी से हो जाती
काट लेती पूरी ज़िन्दगी
पल भर में खुश हो जाती
हर घर में दिख जो जाती
वो होती है नारी …..


© गुलमोहर