दिल की रूह❤✍
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
अंधेरों में उजालों सी चमकती है,
आसमां में सितारों सी टिमटिमाती है,
मंद मुस्कान सी दिल को सुकून देती है,
जलते सपनों को फिर उड़ने का हौसला भी कस्ती है...!!
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
समुंदर में किनारों से मिलाती है,
माँ-बाप-सी राह दिखाती है,
बिछड़ों को जैसे अपनों से मिलती है,
मुश्किलों में नौका को पार लगाती कश्ती है,
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
हालातों से लड़ने का साहस देती है,
ज़र्रे ज़र्रे में हिम्मत की मशाल जलाती है,
टूटने पर उठने का सहारा भी दिलाती है,
हर घड़ी हर वक़्त अमावस में जैसे चांदनी हंसती है,
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
जन्मों से मेरे अंदर वास करती है,
क्रियाओं में मेरे सदा ये मुकर्रर करती है,
हंसने पर मेरे मुझसे वार्तालाप करती है,
अब हर हाल में भी होती रहती मस्ती है,
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
© a_girl_with_magical_pen
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
अंधेरों में उजालों सी चमकती है,
आसमां में सितारों सी टिमटिमाती है,
मंद मुस्कान सी दिल को सुकून देती है,
जलते सपनों को फिर उड़ने का हौसला भी कस्ती है...!!
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
समुंदर में किनारों से मिलाती है,
माँ-बाप-सी राह दिखाती है,
बिछड़ों को जैसे अपनों से मिलती है,
मुश्किलों में नौका को पार लगाती कश्ती है,
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
हालातों से लड़ने का साहस देती है,
ज़र्रे ज़र्रे में हिम्मत की मशाल जलाती है,
टूटने पर उठने का सहारा भी दिलाती है,
हर घड़ी हर वक़्त अमावस में जैसे चांदनी हंसती है,
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
जन्मों से मेरे अंदर वास करती है,
क्रियाओं में मेरे सदा ये मुकर्रर करती है,
हंसने पर मेरे मुझसे वार्तालाप करती है,
अब हर हाल में भी होती रहती मस्ती है,
दिल की रूह में मेरी एक दुनिया बस्ती है,
कहती कुछ नहीं, बस परछाई सी साथ चलती है।
© a_girl_with_magical_pen