कुछ पल
कुछ पल
और साथ चाहिए तुम्हारा
अभी इतनी सिद्द्त की
महोब्बत की ही नहीं
तुमसे
तुम बिन, मै दूर रहु
ये मुमकिन ही नहीं
एक दिन की तो बात नहीं
बात...
और साथ चाहिए तुम्हारा
अभी इतनी सिद्द्त की
महोब्बत की ही नहीं
तुमसे
तुम बिन, मै दूर रहु
ये मुमकिन ही नहीं
एक दिन की तो बात नहीं
बात...