एक परी ऐसी भी
वो कौन है मुझे नहीं पता
वो कैसी है मुझे नहीं पता
फिर भी क्यों अपनी सी लगती है
हर बात पर वो लड़ती है
हर बात पर शक करती है
हरदम चौकन्नी रहती है
फिर भी बेगानी नहीं लगती है
वो खयाल है मेरा या सच में अस्तित्व रखती है
वो कली है कोई अभी अभी खिली सी
या स्वर्ग की कोई अप्सरा लगती है
ना जाने क्यों मुझे वो मेरी कहानी की
परी जैसी लगती है वो एमएमएम मिलो
वो कैसी है मुझे नहीं पता
फिर भी क्यों अपनी सी लगती है
हर बात पर वो लड़ती है
हर बात पर शक करती है
हरदम चौकन्नी रहती है
फिर भी बेगानी नहीं लगती है
वो खयाल है मेरा या सच में अस्तित्व रखती है
वो कली है कोई अभी अभी खिली सी
या स्वर्ग की कोई अप्सरा लगती है
ना जाने क्यों मुझे वो मेरी कहानी की
परी जैसी लगती है वो एमएमएम मिलो