रंग बिखरत
रंग बिखरत रोम रोम मोरा मन उमंग को पाए
शेषका बचत जग में कछु जब तुम संग को पाए
भर भर जाए मोरी गागरिया
तोरे प्रेम में मोरे सांवरिया
अब का मांगत मैं ईश्वर से
पुलकित मन हरखाए ।। रंग बिखरत...
देख रही मोरी आज सखी सब
कैसन मैं मुसाकाऊं X2
लाज की मारी, मैं लाचारी
आनन लाज छुपाऊं X2
ऋतु बसंत की आई आंगनिया
पी के संग के मोरी ये रंगरलिया
अब का मांगत मैं ईश्वर से
पुलकित मन हरखाए ।। रंग बिखरत...
केसू केसू रंग लगो मोहे
लाल गुलाल गुलाबी होरी X2
सुनत पढ़त जब लोगन बतियां
करत बखान परिणय सोही X2
छुअत रहत जब मोरा सांवरिया
ठिठक पड़ूं नवली मैं दुल्हनियां
अब क्या मांगत मैं ईश्वर से
पुलकित मन हरखाए ।। रंग बिखरत...
शेषका बचत जग में कछु जब तुम संग को पाए
भर भर जाए मोरी गागरिया
तोरे प्रेम में मोरे सांवरिया
अब का मांगत मैं ईश्वर से
पुलकित मन हरखाए ।। रंग बिखरत...
देख रही मोरी आज सखी सब
कैसन मैं मुसाकाऊं X2
लाज की मारी, मैं लाचारी
आनन लाज छुपाऊं X2
ऋतु बसंत की आई आंगनिया
पी के संग के मोरी ये रंगरलिया
अब का मांगत मैं ईश्वर से
पुलकित मन हरखाए ।। रंग बिखरत...
केसू केसू रंग लगो मोहे
लाल गुलाल गुलाबी होरी X2
सुनत पढ़त जब लोगन बतियां
करत बखान परिणय सोही X2
छुअत रहत जब मोरा सांवरिया
ठिठक पड़ूं नवली मैं दुल्हनियां
अब क्या मांगत मैं ईश्वर से
पुलकित मन हरखाए ।। रंग बिखरत...