यूँ ही चला गया
यूँ ही चला गया कुछ बता के तो जाता
मेरी सुन लेता अपनी सुना के तो जाता
सवाल की फेहरिस्त से घिरे हुए हैं हम
दिल की कहता बोझ हटा के तो जाता
कुछ का कुछ कहानी का सिला हुआ
बेनाम मंजर पे पर्दा गिरा के तो जाता
पढ़ नहीं पा रहे ग़म में...
मेरी सुन लेता अपनी सुना के तो जाता
सवाल की फेहरिस्त से घिरे हुए हैं हम
दिल की कहता बोझ हटा के तो जाता
कुछ का कुछ कहानी का सिला हुआ
बेनाम मंजर पे पर्दा गिरा के तो जाता
पढ़ नहीं पा रहे ग़म में...