एक चिड़िया
एक चिड़िया मुझसे अपनी व्यथा कह गई....
कि अपनों के बीच भी वो कितनी अकेली रह गई।
उड़ने को पंख तो हैं उसे..पर हौसले की कहीं कुछ कमी रह गई।
एक चिड़िया मुझसे अपनी व्यथा कह गई।
मैंने कहा- नीला गगन,खुला...
कि अपनों के बीच भी वो कितनी अकेली रह गई।
उड़ने को पंख तो हैं उसे..पर हौसले की कहीं कुछ कमी रह गई।
एक चिड़िया मुझसे अपनी व्यथा कह गई।
मैंने कहा- नीला गगन,खुला...