मत पूछो.......
मत पूछों कि
क्या है हाल ........
मरहम बहुत कम है
चोट हज़ार है.........
जूझना है इस जग में अकेला
कहाँ किसी का साथ है
पूछो मत तुम हाल हमारे
परिंदा एक और....... जाल...
क्या है हाल ........
मरहम बहुत कम है
चोट हज़ार है.........
जूझना है इस जग में अकेला
कहाँ किसी का साथ है
पूछो मत तुम हाल हमारे
परिंदा एक और....... जाल...