प्यार क्या है
क्या है -ये प्यार !
प्यार प्याज है !
नासिक के उस किसान से पूछो,
जिसकी जेब में कुछ नहींआता है !
फिर भी न जाने क्यों वह दिनभर
कोल्हू में पिसा जाता है !
जी हाँ, प्यार प्याज है !
कल भी यह इक प्याज था ;
आज भी यह इक प्याज है !
कल भी हमें इसपे नाज़ था !
आज भी हमें इसपर नाज़ है !
कल भी यह इक राज़ था ;
आज भी यह इक राज़ है!
परत दर परत खुलता
जाता है !
अंततः मनुष्य खाली हाथ
रह जाता है !!
© Brijendra Kanojia
प्यार प्याज है !
नासिक के उस किसान से पूछो,
जिसकी जेब में कुछ नहींआता है !
फिर भी न जाने क्यों वह दिनभर
कोल्हू में पिसा जाता है !
जी हाँ, प्यार प्याज है !
कल भी यह इक प्याज था ;
आज भी यह इक प्याज है !
कल भी हमें इसपे नाज़ था !
आज भी हमें इसपर नाज़ है !
कल भी यह इक राज़ था ;
आज भी यह इक राज़ है!
परत दर परत खुलता
जाता है !
अंततः मनुष्य खाली हाथ
रह जाता है !!
© Brijendra Kanojia