आदत
उसमें एक ख़ासियत थी।
न किसी की शिकायत की।
न जानें कैसी ये मुस्कुराहट थी।
एक वही तो मेरी आदत थी।
मुझे भी उस की चाहत थी ।
मिल गई आज वो तबस्सुम मुझे ...
यही मेरे दिल की राहत थी।।
न किसी की शिकायत की।
न जानें कैसी ये मुस्कुराहट थी।
एक वही तो मेरी आदत थी।
मुझे भी उस की चाहत थी ।
मिल गई आज वो तबस्सुम मुझे ...
यही मेरे दिल की राहत थी।।