"तुम्हारा नाम लिख दूं"
एक ग़ज़ल लिख रहीं हूं
कहो तो इसमें तुम्हारा नाम
लिख दूं!!
जो अब तलक़ पोशीदा एहसास
थें मेरे, कहों तो आज सरे आम
लिख दूं!!
मोहब्बत के हर...
कहो तो इसमें तुम्हारा नाम
लिख दूं!!
जो अब तलक़ पोशीदा एहसास
थें मेरे, कहों तो आज सरे आम
लिख दूं!!
मोहब्बत के हर...