ख्यालों ख्वाबों की बात छोड़ो घर में अंधेरी रात रहने दो
ख्यालों ख्वाबों की बात छोड़ो
घर में अंधेरी रात रहने दो
सूरज जब तक निकल न आए
प्रियश्री अपनी हाथों में मेरी हाथ रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,
कहो कुछ जुवानी
उम्र के तकाजे कि बात को बात रहने दो
तोड़ने दो शीशे की कप है
ग्लास को ग्लास रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,
बेपनाह मोहब्बत की मेरी
राज को राज रहने दों
छुपा कर रखो दिलों में हर जज्बातों को
चेहरे पर खुशियों से भरी अट्टहास रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,,,
दिल की कहो कुछ दबा कर रखों
नदियों में कागज की नाव रहने दो
मुकम्मल मिल गए तो खत्म हो जाएगी मोहब्बत
इसलिए दिलों में प्यार कि घात रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,
मत करो बत जवानी कली
एक आस को आस रहने दो
खूबसूरत दुनिया होती है प्यार कि
प्यार...
घर में अंधेरी रात रहने दो
सूरज जब तक निकल न आए
प्रियश्री अपनी हाथों में मेरी हाथ रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,
कहो कुछ जुवानी
उम्र के तकाजे कि बात को बात रहने दो
तोड़ने दो शीशे की कप है
ग्लास को ग्लास रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,
बेपनाह मोहब्बत की मेरी
राज को राज रहने दों
छुपा कर रखो दिलों में हर जज्बातों को
चेहरे पर खुशियों से भरी अट्टहास रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,,,
दिल की कहो कुछ दबा कर रखों
नदियों में कागज की नाव रहने दो
मुकम्मल मिल गए तो खत्म हो जाएगी मोहब्बत
इसलिए दिलों में प्यार कि घात रहने दो
ख्यालों ख्वाबों,,,,
मत करो बत जवानी कली
एक आस को आस रहने दो
खूबसूरत दुनिया होती है प्यार कि
प्यार...