...

15 views

831002
पल पल गिनने में ,
घड़ी पिछड़ जाता है ।
बांधने और खोलने में,
बक्सा बिगड़ जाता है ।
जहाज से कूद ना जाऊं,
बांधे तहजीब होती है ।
घर जाने की खुशी भी ,
अजीब होती है ।।
© mukesh_syahi