अभिव्यक्ति
-------१-------
मनन
वो आए
वीरान जिंदगी में
उजाला कर गए
खाली था
दिल का कोना
वो आकर भर गए
उनके आने से
जिदगी में
नई बहार आ गई
सूने, वीरान
दिल पर
खुशियां छा गई
बहुत जी लिया
खुद के लिए
अब उनके लिए जीते हैं
खुशियां उनके हवाले
अकेले बैठकर
ग़म हम ही पीते हैं
शिकन नहीं कोई
उनके जीवन में
अब हम आने देंगें
बस हम ही काफी हैं
किसी और को
ना सताने देंगें
शांति है सुकून है
तभी तो है
आपस का प्यार
...
मनन
वो आए
वीरान जिंदगी में
उजाला कर गए
खाली था
दिल का कोना
वो आकर भर गए
उनके आने से
जिदगी में
नई बहार आ गई
सूने, वीरान
दिल पर
खुशियां छा गई
बहुत जी लिया
खुद के लिए
अब उनके लिए जीते हैं
खुशियां उनके हवाले
अकेले बैठकर
ग़म हम ही पीते हैं
शिकन नहीं कोई
उनके जीवन में
अब हम आने देंगें
बस हम ही काफी हैं
किसी और को
ना सताने देंगें
शांति है सुकून है
तभी तो है
आपस का प्यार
...