मूछें
हैरानी होती है कभी_कभी
मूछों की इस दुनिया में,
मूछें_ मर्दों की पहचान
मूछें उनकी शान,
घर की बेटी_ बहन, मां और बीवी
इन सब की इज्जत से जुड़ा इनके मूछों का मान,
गजब है रे तू इंसान!
घर की औरतों पे पहरा देने का
तेरा ये अनूठा अंदाज ही अलग है,
तेरे घर की इज्जत तेरी,
दुनिया की अलग है,
दुनिया की नजर से घर की औरतों को बचाना,
और बाकी सब को बाजारू खिलौना समझना,
उसे बीच रास्ते पे बेटा कहकर रोककर
रास्ता पूछने के बहाने सर्विस ऑफर करना,
और पैसों से तोलना,
गजब है तेरा ये मर्दाना,
अब क्या वो काम से भी
घर से निकलना बंद कर दे?
या तेरी इस नजाकत के लिए तुझे इनाम दे,
शरीफ होते हो बड़े, तुम मूंछ वाले,
जनाब बेटा कहकर भी निगाहें कहीं और डाले,
शर्म की बात है सुनों! मूंछ वालों,
अपने मन के कीड़े को अब वक्त है संभालो,
जरूरत नहीं तुम्हारे बहन_ बेटियों को
तुम्हारे सुरक्षा की,
अगर तुम अपनी नियत संभालो,
भारत देश है ये, जहां कहा जाता है_
"यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।।"
अर्थात - "जहाँ स्त्रियों की पूजा होती है, वहाँ देवता...
मूछों की इस दुनिया में,
मूछें_ मर्दों की पहचान
मूछें उनकी शान,
घर की बेटी_ बहन, मां और बीवी
इन सब की इज्जत से जुड़ा इनके मूछों का मान,
गजब है रे तू इंसान!
घर की औरतों पे पहरा देने का
तेरा ये अनूठा अंदाज ही अलग है,
तेरे घर की इज्जत तेरी,
दुनिया की अलग है,
दुनिया की नजर से घर की औरतों को बचाना,
और बाकी सब को बाजारू खिलौना समझना,
उसे बीच रास्ते पे बेटा कहकर रोककर
रास्ता पूछने के बहाने सर्विस ऑफर करना,
और पैसों से तोलना,
गजब है तेरा ये मर्दाना,
अब क्या वो काम से भी
घर से निकलना बंद कर दे?
या तेरी इस नजाकत के लिए तुझे इनाम दे,
शरीफ होते हो बड़े, तुम मूंछ वाले,
जनाब बेटा कहकर भी निगाहें कहीं और डाले,
शर्म की बात है सुनों! मूंछ वालों,
अपने मन के कीड़े को अब वक्त है संभालो,
जरूरत नहीं तुम्हारे बहन_ बेटियों को
तुम्हारे सुरक्षा की,
अगर तुम अपनी नियत संभालो,
भारत देश है ये, जहां कहा जाता है_
"यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः।।"
अर्थात - "जहाँ स्त्रियों की पूजा होती है, वहाँ देवता...