एक तू ही तो था
सीखा ही था अभी ज़िंदगी जीना
कि फिर ज़िंदगी ने दगा दे दिया
जिसे चाहा था ख़ुद से ज्यादा
आज उसी के लिए मैं बेवफ़ा हो गया
यूं तो ज़िंदगी में गम हज़ार मिले
तेरा यूं रूठ जाना
ज़िंदगी बेज़ार कर गया
टूटे हुए भरोसे को फिर से...
कि फिर ज़िंदगी ने दगा दे दिया
जिसे चाहा था ख़ुद से ज्यादा
आज उसी के लिए मैं बेवफ़ा हो गया
यूं तो ज़िंदगी में गम हज़ार मिले
तेरा यूं रूठ जाना
ज़िंदगी बेज़ार कर गया
टूटे हुए भरोसे को फिर से...