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बस यूँही..
किस हद तक तुझे प्यार करुं,
ग़र रखूं हद तो क्या प्यार करुं..
वाजिब नहीं मेरा दायरों में सिमटना
मैं फ़क़त उस चाँद से प्यार करुं..
होंगे बाज़ारों में खरीददार कई
या मोल रखूं दिल का या प्यार करुं ..
किस हद तक तुझे प्यार करुं..
प्यार की कीमत कब लगा पाया कोई
प्यार सोहणी-माहीवाल सा करूं..
हुई फ़ना जो इश्क़ में बन गई वो गीत
हर अदा से तेरी कमली मैं प्यार करूं
किस हद तक तुझे प्यार करुं..
-गीतांजलि कपूर
© laughing_soul
#hindiurdu #shayari #laughing_soul
#pyaar #ishq #Mohabbat
ग़र रखूं हद तो क्या प्यार करुं..
वाजिब नहीं मेरा दायरों में सिमटना
मैं फ़क़त उस चाँद से प्यार करुं..
होंगे बाज़ारों में खरीददार कई
या मोल रखूं दिल का या प्यार करुं ..
किस हद तक तुझे प्यार करुं..
प्यार की कीमत कब लगा पाया कोई
प्यार सोहणी-माहीवाल सा करूं..
हुई फ़ना जो इश्क़ में बन गई वो गीत
हर अदा से तेरी कमली मैं प्यार करूं
किस हद तक तुझे प्यार करुं..
-गीतांजलि कपूर
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