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मंगल कामना
पिता के लिए बेटी के स्नेहा को,
शब्द सीमा में बंधा जाना नहीं आसान,
पिता से होती उसकी पहचान,
पिता तो होते उसकी शान।
पिता तो होते वटवृक्ष समान,
जिसकी छांव में बेटी होती हर कष्ट से अनजान,
पिता तो होते उसकी जान।
दीर्घायु और सुखमय जीवन का आपको मिले वरदान,
जन्मदिन की मंगल कामनाओं संग,
महादेव से 'कल्याणी' की बस इतनी सी है मांग।
© kalyani
शब्द सीमा में बंधा जाना नहीं आसान,
पिता से होती उसकी पहचान,
पिता तो होते उसकी शान।
पिता तो होते वटवृक्ष समान,
जिसकी छांव में बेटी होती हर कष्ट से अनजान,
पिता तो होते उसकी जान।
दीर्घायु और सुखमय जीवन का आपको मिले वरदान,
जन्मदिन की मंगल कामनाओं संग,
महादेव से 'कल्याणी' की बस इतनी सी है मांग।
© kalyani
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