Manzil❣
आसमान का गुरूर तोड़ना है,
जिसने कहा था तुमसे नहीं होगा,
उसी को पीछे छोड़ना है!
जीत को आदत बनाना है,
डर को मन से हटाना है!
भूल कर सारी बातें,
बस कामयाबी का होश रखना है!
याद कर के सपनों को अपने,
बस मुझे खुद में इतना जोश रखना है!
रुकावटे भी आएँगी,
मुझे हँसकर लडना है!
अब बिना रुके बस आगे बढ़ना है!
मंज़िल भी मिलेगी जब हौसले बुलंद होंगे,
कामयाबी भी झुकेगी,
जब इरादे मजबूत होंगे!
मुझे खुद के लिए, खुद से लडना है!
आसमान का गुरूर तोड़ना है!
© Riya.P
जिसने कहा था तुमसे नहीं होगा,
उसी को पीछे छोड़ना है!
जीत को आदत बनाना है,
डर को मन से हटाना है!
भूल कर सारी बातें,
बस कामयाबी का होश रखना है!
याद कर के सपनों को अपने,
बस मुझे खुद में इतना जोश रखना है!
रुकावटे भी आएँगी,
मुझे हँसकर लडना है!
अब बिना रुके बस आगे बढ़ना है!
मंज़िल भी मिलेगी जब हौसले बुलंद होंगे,
कामयाबी भी झुकेगी,
जब इरादे मजबूत होंगे!
मुझे खुद के लिए, खुद से लडना है!
आसमान का गुरूर तोड़ना है!
© Riya.P