पापा❤️🙏🌹
आओ सूनाऊ उस इन्सान की कहानी
पापा जिसे बोलते हम सब
उपर से एकदम कठोर ,
अन्दर से मखमल से प्यारे,
आज भी याद है स्कूल का पहला दिन
स्कूल भले ही मैं गई लेकिन चिंता में दिन भर वो बैठे रहे
घर में छोटा बड़ा कोई भी त्यौहार हो..
जब बात फोटो खींचाने की आती है,
पापा हमेशा किनारे होते....फुरसत में ही नहीं होते
दीदी की शादी में खड़े रहे
मंडप के बाहर बारात का स्वागत करने के...
पापा जिसे बोलते हम सब
उपर से एकदम कठोर ,
अन्दर से मखमल से प्यारे,
आज भी याद है स्कूल का पहला दिन
स्कूल भले ही मैं गई लेकिन चिंता में दिन भर वो बैठे रहे
घर में छोटा बड़ा कोई भी त्यौहार हो..
जब बात फोटो खींचाने की आती है,
पापा हमेशा किनारे होते....फुरसत में ही नहीं होते
दीदी की शादी में खड़े रहे
मंडप के बाहर बारात का स्वागत करने के...