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प्रताप है वो !
गाथा जिनकी चिरांतक
काल से गाई जा रही है वो
स्वाभिमान का पर्याय है
वीरता का अध्याय है,
हालात से भिड़ना
कर्म पर अडिग रहना,
इसी सुरमा ने सिखाया है,
गुलामी एक जंजीर है ,
महाराणा ने ही बताया है।
देश के कण-कण जिसकी
स्वाभिमान को पूजते है,
नमन है उस शौर्य को
जिसके आगे ईमान
और धर्म भी झुकते है,।
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